देर रात जंतर मंतर पर पुलिस और खिलाड़ियों के बीच हुई नोकझोंक। पहलवानों ने बताया कि 2 खिलाड़ियों को आई है चोट।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच बुधवार की रात्रि 11:00 बजे नोकझोंक देखने को मिली। प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है पुलिस ने हमलावरों की तरह उन पर हमला किया तथा अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। पहलवानों ने आरोप लगाया है कि बारिश हो जाने के कारण हमने सोने के लिए बेड मँगवाए थे जिन्हें लाने से रोका गया था। इसी कारण से पहलवान बजरंग पूनिया ने अपनी चार माँगों को लेकर गृह मंत्री को पत्र लिखा है। मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती को भी पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि सोमनाथ भारती बिना किसी अनुमति के फोल्डिंग बेड लेकर धरना स्थल पर पहुँच गए थे। पहलवान गीता फोगाट ने आरोप लगाया है कि बुधवार रात्रि की परिस्थिति में उनके भाई घायल हो गए हैं। गीता फोगाट ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पहलवानों पर पुलिस द्वारा हमला किया गया जिसमें कि मेरा छोटा भाई दुष्यंत फोगाट घायल हो गया और अन्य पहलवान भी घायल हुए हैं। यह बहुत ही शर्मनाक हरकत है। सोमनाथ भारती के बेड लाए जाने की घटना का पहलवानों ने खंडन किया है और साथ ही कहा है कि बेड हमने खुद मँगवाए थे। हम सोमनाथ भारती को नहीं जानते हैं। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी जब खिलाड़ियों से मिलने पहुँचे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। एक ट्वीट में वीडियो के साथ उन्होंने लिखा कि जब मैं जंतर-मंतर पर खिलाड़ी बेटियों का हाल-चाल जानने के लिए पहुँचा तो वहाँ पर पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया और बसंत बिहार चौकी ले गई। वीडियो में कहते दिखाई दे रहे हैं कि वह केवल 5 मिनट के लिए खिलाड़ियों से मिलना चाहते हैं और अपनी खिलाड़ी बेटियों को हौसला देना चाहते हैं और हाल-चाल पूछ कर उनसे शांतिप्रिय बने रहने की अपील करना चाहते हैं। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा कि यह पहलवान हमारे देश की बेटियाँ हैं। उन्होंने हमारे देश का मान बढ़ाया है हमारे देश के लिए मेडल लाई हैं। आज गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर पुलिस उनके साथ बदसलूकी कर रही है। यह तो केवल शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा का भी जिक्र किया और उसमें कहा कि तानाशाह की पुलिस ने हमारे सांसद को हिरासत में ले लिया है। हम प्रदर्शनकारी बेटियों के साथ खड़े हैं। संदेश साफ है कि “डरो मत , हम साथ” हैं। बुधवार रात्रि की घटना को लेकर पहलवान बजरंग पूनिया , साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है और पत्र में बताया है कि जब रात्रि को हम अपने विश्राम के लिए व्यवस्था कर रहे थे तो एसीपी धर्मेंद्र के साथ 100 पुलिस वालों ने हमारे ऊपर हमला बोला और इसी हमले में हमारे दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव घायल हुए। पत्र में लिखा गया है कि पुलिस वालों ने खिलाड़ियों को गालियाँ दी और महिला खिलाड़ियों के साथ धक्का – मुक्की भी की। गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में 4 माँगें की गई हैं :-1. घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।2. धरना स्थल पर हमारी आवश्यक चीजों जैसे :- वाटर प्रूफ टेंट , मजबूत स्टेज , पलंग , साउंड सिस्टम , गद्दे और कुश्ती प्रैक्टिस मैट , जिम का सामान आदि लाने की अनुमति दी जाए।3. अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिए गए हमारे साथियों को छोड़ा जाए।4. सरकार के उच्च अधिकारियों से हमारी माँगों के संबंध में शीघ्र वार्ता की जाए।
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