चोर एयर फ्यूल की स्मगलिंग कर रहे थे, GPS को भी मात देकर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा।
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। क्राइम ब्रांच ने एक गिरोह को पकड़ा किया है जो एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की गैर कानूनी तस्करी कर रहा था. क्राइम ब्रांच ने इस तस्करी से संबंधित एक बड़ा रैकेट उजागर किया है। इस ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच ने मुंडका क्षेत्र के एक गोदाम से 72,000 लीटर एटीएफ ज़ब्त किया है। इस समूह के कारण हर महीने देश को 1.62 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा था। लेकिन क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई ने देश को इस हानि से सुरक्षित किया है।
6 गिरफ्तार, 2 जमानत पर
पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को पकड़ लिया है, जबकि 2 अन्य व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों में गोदाम का मालिक, चालक, सहायक, परिवहन कर्ता और ATF खरीदने वाले लोग शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार 22 जून 2025 को हेड कॉन्स्टेबल सुनील को एक ठोस जानकारी प्राप्त हुई थी।
इसके बाद मुंडका गांव के एक गुप्त गोदाम पर कार्रवाई की गई। इस दौरान मौके पर तीनऑयल टैंकर पाए गए, जिनमें से प्रत्येक में 24,000 लीटर ATF भरा हुआ था। यह फ्यूल पाइपों के माध्यम से बैरल से निकाला जा रहा था। इसके अलावा,2 पिकअप ट्रक, 6 नकली डिप रॉड, डुप्लीकेट मास्टर चाबियाँ, ATF से भरे हुए बैरल, और 1.05 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए.
कैसे चल रहा था पूरा मैच
ATF को IGI एयरपोर्ट के लिए HPCL असौदा डिपो, बहादुरगढ़ से भेजा जाता था। लेकिन बीच में आरोपी चालक और गोदाम के मालिक मिलकर GPS ट्रैकिंग को छुपाते और टैंकर को मुंडका गोदाम में मोड़ देते। यहां डुप्लीकेट चाबियों का उपयोग करके टैंकर को खोलकर ईंधन निकाला जाता है। इसके बाद नकली डिप रॉड के जरिए सही मात्रा दिखाकर डिलीवरी में धोखाधड़ी की जाती है। निकाला गया ATF को मिनरल टरपेंटाइन ऑयल (MTO) का नाम देकर खुला बाजार में बेचा जाता, जो रंग और पेंट उद्योग में प्रयुक्त होता है.
पुलिस ने कहा कि इस गिरोह के खिलाफ क्राइम ब्रांच थाने में FIR दर्ज की गई है और जांच जारी है, जिससे और बड़े खुलासों की संभावना बनी हुई है।
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