कानपुर जिला जेल से हत्या का आरोपी असरूद्दीन फरार, 150 CCTV खंगाले…पुलिस-प्रशासन में हड़कंप
कानपुर जिला जेल की सुरक्षा व्यवस्था शुक्रवार देर रात सवालों के घेरे में आ गई, जब हत्या का आरोपी असरूद्दीन फरार हो गया। घटना का खुलासा होते ही पुलिस और जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। रातभर तलाशी अभियान चला, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला।
कौन है असरूद्दीन?
असरूद्दीन मूल रूप से असम का रहने वाला है और जाजमऊ के तिवारीपुर, कैलाशनगर में रह रहा था। आठ जनवरी 2024 को उसने पत्नी के अवैध संबंधों के शक में अपने दोस्त इस्माइल (25) की गला रेतकर हत्या कर दी थी।इस्माइल कबाड़ बीनने का काम करता था और अक्सर असरूद्दीन के घर आता-जाता था। पत्नी अख्तरी और इस्माइल के रिश्तों पर शक ने असरूद्दीन को इतना भड़काया कि उसने हत्या की योजना बना डाली।वारदात के बाद पुलिस ने 14 जनवरी 2024 को उसे गिरफ्तार कर जिला जेल भेजा था।
कैसे खुला फरारी का राज
शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे बैरक नंबर 14 के बंदियों की गिनती के दौरान एक कैदी कम निकला। दुबारा गिनती कराई गई, लेकिन असरूद्दीन का कहीं पता नहीं चला।जेल अधीक्षक बी.डी. पांडेय ने तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी और वरिष्ठ अधिकारियों को अलर्ट कर
रातभर चला तलाशी अभियान
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता, एसीपी अंजलि विश्वकर्मा समेत कई अधिकारी रात में ही जेल पहुंचे। पुलिस और क्राइम ब्रांच के जवानों ने जेल के पेड़ों, मैनहोल, शौचालय के डक्ट और संवेदनशील क्षेत्रों की तलाशी ली।150 से अधिक CCTV कैमरों—जेल परिसर के भीतर, बाहर और ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत लगे—की फुटेज खंगाली गई, लेकिन असरूद्दीन कहीं नजर नहीं आया।
जेल के अंदर या बाहर?
CCTV में कोई मूवमेंट न मिलने से शक है कि असरूद्दीन अभी भी जेल के अंदर कहीं छिपा हो सकता है। सर्च लाइट और ड्रैगन टॉर्च के सहारे हर कोने की जांच की जा रही है।इधर, कोतवाली में उसके खिलाफ नई FIR दर्ज करने की तैयारी भी शुरू हो गई है।
विशाल विचार की नज़र में –
–यह घटना न सिर्फ जेल सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि हाई-प्रोफाइल कैदियों की निगरानी में ज़रा-सी ढिलाई कितनी बड़ी चूक बन सकती है।

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