ट्रंप 14 देशों पर लगा रहें नए टैरिफ लेकिन डेडलाइन पर खुद कंफ्यूज, उनकी मजबूरी क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार, 7 जुलाई को 14 देशों को हाई टैरिफ का ऐलान करके अपने व्यापार युद्ध को फिर से शुरू कर दिया. खास बात है कि इसमें भारत का नाम शामिल नहीं है जिससे यह मजबूत संकेत मिल रहा है कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (व्यापार समझौते) पर अच्छी बातचीत चल रही है और किसी भी वक्त इसका ऐलान हो सकता है. हालांकि ट्रंप ने जिन 14 देशों को टैरिफ वाला लेटर भेजने की बात की है उसमें प्रमुख अमेरिकी सहयोगी देश जापान और साउथ कोरिया भी शामिल हैं.
इन सबके बीच ध्यान देने योग्य यह है कि ट्रंप ने अभी हाल में इन 14 देशों पर अपने उच्चतम टैरिफ लागू नहीं किए हैं। ट्रंप ने बताया है कि वे 1 अगस्त को नए टैरिफ लागू करने जा रहे हैं और इन देशों के साथ व्यापार समझौते के लिए इस नई समय सीमा पर भी लचीले हो सकते हैं, अर्थात तारीख को आगे बढ़ा सकते हैं।
बदले-बदले राष्ट्रपति के सुर
ट्रंप ने कहा है कि वो टोक्यो और सियोल से अमेरिका में आने वाले माल पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे. इंडोनेशिया, बांग्लादेश, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका और मलेशिया सहित कुल 14 देशों पर 25 प्रतिशत से 40 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2 अप्रैल को “मुक्ति दिवस” के दिन दुनिया के तमाम देशों पर हाई टैरिफ का ऐलान किया, जिसमें सभी देशों पर कम से कम 10 प्रतिशत टैरिफ (बेसलाइन) शामिल था. लेकिन बाजार में उथल-पुथल के बाद उन्होंने तुरंत 10 प्रतिशत से ऊपर के सभी टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक (सस्पेंड) दिया.
90 दिन की यह अवधि बुधवार, 9 जुलाई को समाप्त होने वाली थी। लेकिन ट्रंप ने उस समय सीमा के पहले 14 देशों को टैरिफ संबंधी पत्र भेज दिए हैं। ट्रंप ने जापानी और साउथ कोरिया के नेताओं को लगभग समान पत्र भेजा है। इनमें बताया गया है कि अमेरिका उन पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा क्योंकि वाशिंगटन के साथ उनका व्यापारिक संबंध “दुर्भाग्य से, पारस्परिक (रेसिप्रोकल) से काफी दूर है.”
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